अनुकूल आर्थिक माहौल और गुणवत्तापूर्ण रिटेल रियल एस्टेट क्षेत्र की मांग में वृद्धि का लाभ उठाते हुए बड़ी सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनियां न केवल अपने सुस्थापित बाजारों में, बल्कि नए बाजारों में भी अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए भूमि की खरीदारी कर रही हैं और साथ ही संयुक्त विकास में शामिल हो रही हैं। …विनोद बहल
बेंगलुरु स्थित प्रेस्टीज ग्रुप ने आवासीय, रिटेल, वाणिज्यिक और हॉस्पिटेलिटी (आतिथ्य) क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर विस्तार की योजना बनाई है। कंपनी की अगले 4-5 वर्षों में कार्यालय, खुदरा और होटल व्यवसायों के लिए 16000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना है। दक्षिण भारत के बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद के बाजारों के बाहर, प्रेस्टीज मुंबई, पुणे और दिल्ली-एनसीआर में विस्तार कर रही है। प्रेस्टीज ग्रुप नए शहरों में विस्तार के जरिए वित्त वर्ष ’26 तक अपनी आवासीय बिक्री को दोगुना करना चाहती है। एक नवीनतम पहल में, प्रेस्टीज ग्रुप टीडीआई के साथ साझेदारी में मध्य दिल्ली में एक लग्जरी आवास परियोजना विकसित करेगा। यह पहले से ही सेक्टर 150 नोएडा में ऐस ग्रुप के साथ साझेदारी में एक मध्यम आय आवास परियोजना विकसित कर रही है। दिल्ली-एनसीआर बाजार में, यह एयरो सिटी, दिल्ली में एक वाणिज्यिक परियोजना का निर्माण भी कर रहा है। मुंबई बाजार के लिए, प्रेस्टीज ग्रुप की अगले 4-5 वर्षों में 16 एमएसएफ विकसित करने के लिए 7500 करोड़ निवेश करने की योजना है इसमें आवासीय, कार्यालय और आतिथ्य क्षेत्रों में 6 परियोजनाओं का विस्तार सम्मिलित है।
प्रेस्टीज ग्रुप, जिसने अपने रिटेल कारोबार का दो तिहाई हिस्सा ब्लैकस्टोन समर्थित नेक्सस मॉल्स (जिसमें 4.4 मिलियन वर्ग फीट से अधिक के 7 मॉल शामिल थे) को 9000 करोड़ रुपये में बेच दिया था। अब कंपनी अगले 4 वर्षों में 8 नई परियोजनाओं के साथ अपने मॉल पोर्टफोलियो को फिर से बनाने की योजना बना रही है।
शॉपिंग मॉल और हाई स्ट्रीट रिटेल के पुनरुत्थान को देखते हुए, डीएलएफ अपने रिटेल कारोबार को बढ़ा रहा है, जो मुख्य रूप से दिल्ली-एनसीआर के आसपास केंद्रित है। रियल्टी प्रमुख इस त्योहारी तिमाही में गुड़गांव में 1700 करोड़ रुपये की लागत से 25 लाख वर्ग फुट के मॉल का निर्माण शुरू करेगी और इसके बाद 2025 तक गोवा में एक प्रीमियम मॉल का निर्माण शुरू करेगी। डीएलएफ की सीनियर एग्जक्युटिव डायरेक्टर एव् हेड ऑफ रिटेल, पुष्पा बेक्टर के अनुसार, कंपनी ने 2025 तक अपने रिटेल पदचिह्न को 4.5 मिलियन वर्ग फुट के मौजूदा पोर्टफोलियो से 6.5 मिलियन वर्ग फुट तक बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस विस्तार की रणनीति पड़ोस के प्लाज़ा और डेस्टिनेशन मॉल्स के इर्द-गिर्द घूमती है। दिल्ली में ऐसे दो प्लाजा बन रहे हैं. साथ ही व्यावसायिक भवनों में कार्यालय सुविधाएं स्थापित करने की भी योजनाएँ चल रही हैं। ये 1 लाख वर्ग फुट आकार के फ्लेक्सी स्पेसेज होंगे जिनमें बैंक, फूड और वेलनेस से संबंधित व्यवसाय होंगे। डीएलएफ 2024 तक 4-5 ऐसे स्पेसेज स्थापित करना चाहता है। दिल्ली के अलावा, डीएलएफ इस प्रारूप के लिए चेन्नई के बाजार पर भी नजर रख रहा है। अपनी विस्तार योजना के हिस्से के रूप में, डीएलएफ समूह डीएलएफ एम्पेरियो का विस्तार करके अपने लग्जरी रिटेल रियल एस्टेट पोर्टफोलियो को मजबूत करने पर भी विचार कर रहा है।
बॉम्बे डाइंग ग्रुप की रियल्टी शाखा बॉम्बे रियल्टी सूचीबद्ध रियल एस्टेट क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कंपनी के रूप में उभरने के लिए हॉलिडे होम सेगमेंट और वेयरहाउसिंग में अपने प्रवेश पर विचार कर रही है। बॉम्बे डाइंग ने हाल ही में मुंबई में 22 एकड़ की खास जमीन जापान के सुमितोमो को 5200 करोड़ रुपये में बेची और अपने नकदी प्रवाह में सुधार किया। कंपनी दादर, मुंबई में अपने 3.5 मिलियन वर्ग फुट के प्रोजेक्ट जिसे वह अगले साल की पहली या दूसरी तिमाही में लॉन्च करने की योजना बना रही है, से 15000 करोड़ रुपये के राजस्व की उम्मीद कर रही है,।
हिल स्टेशनों में हॉलिडे होम की बड़ी मांग को देखते हुए, बॉम्बे रियल्टी महाराष्ट्र में महाबलेश्वर और माथेरान के लोकप्रिय पहाड़ी रिसॉर्ट्स में हॉलिडे होम विकसित करने पर विचार कर रही है। गौरतलब है कि बॉम्बे रियल्टी एक पूर्ण रियल्टी कंपनी बनना चाहती है। राहुल आनंद, सीईओ, बॉम्बे रियल्टी के अनुसार, कंपनी मुंबई के बाहर अन्य शहरों में भी उपयुक्त अवसरों की तलाश करेगी। कंपनी की रणनीति भूमि मालिकों के साथ संयुक्त उद्यम और संयुक्त विकास के इर्द-गिर्द घूमेगी। इसके अलावा बॉम्बे रियल्टी अपने समूह की कंपनियों के भूमि पार्सल्स का विकास करेगी।
गोदरेज प्रॉपर्टीज अपनी विस्तार योजनाओं के अंतर्गत, 2023-24 में विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमि खरीद करने का इरादा रखती है। पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी ने संयुक्त रूप से विकास-पश्चात 32000 करोड़ रुपये की क्षमता वाली कुल 18 भूखंड खरीदे थे। गोदरेज प्रॉपर्टीज पूरी तरह से भूमि खरीद के अलावा, संयुक्त विकास के माध्यम से विकास के एसेट लाइट मॉडल पर निर्भर है। कंपनी ने हाल ही में 2 मिलियन वर्ग फुट से अधिक के बिक्री योग्य क्षेत्र के साथ आवासीय विकास के लिए नागपुर में लगभग 110 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया है। इससे पहले इसी वर्ष जुलाई में, गोदरेज प्रॉपर्टीज ने बोली के माध्यम से गोल्फ कोर्स रोड पर दो ग्रुप हाउसिंग प्लॉट हासिल किए थे। लगभग 8 एकड़ के दोनों भूखंडों की संयुक्त राजस्व क्षमता लगभग 3100 करोड़ रुपये है। कंपनी ने कोरेगांव पुणे में 4 एकड़ भूमि पार्सल को अप्रैल में अधिग्रहित किया था। इस भूमि पर यह 7.5 लाख वर्ग फुट की विकास क्षमता वाले एक लग्जरी ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट विकसित करने की प्रक्रिया में है। इससे पहले कंपनी ने एक मिश्रित-उपयोग परियोजना को विकसित करने के लिए व्हाइटफील्ड के पास एक 28 एकड़ के भूखंड का अधिग्रहण किया था।
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